" मेरी उलझनों सी भरी दुनिया में सुलझन सी हो
दिल पर लगे घाव के लिए तुम मरहम सी हो "
ज़िन्दगी में कई उलझने है कई तकलीफे है
जो साथ था वो ही खुद ज़िम्मेदार है इनका
पर अब जब वो दिल तोड़ कर चले गए
तब तुम मेरी ज़िन्दगी में आ गए
मेरे दर्द को कम करने की दवा बन गए
मेरी उलझनों की सुलझन तुम बन गए
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