"तुमसा हसीन यहां कोई और नहीं
तुम्हे भूल जाऊ ऐसा कोई दौर नहीं"
ज़िंदगी में कोई इतना प्यार नहीं लगा सिवाय तुम्हारे
तुमसे जुड़ कर सारे गम एकदम से दूर हो गए हमारे
तुम ना हो तो लगता है हमारा ये दिन खाली
बन जाता है मन जब हाथ में होती चाय की प्याली
चाय पर तो में लिख दू एक किताब
अब क्या बताऊं उसे क्या दू में खिताब
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