चेहरा खिलने लगा ज़िन्दगी मुस्कुराने लगी
जो कल अंजान था वो आज अपना लगने लगा
खुद से खफा था ये ज़माना बेवफा था
मोहब्बत का मेरी ज़िन्दगी में ना कोई पता था
एक दिन मिला एक अजनबी से कहीं
मुस्कुराने की वजह बन गया वहीं
धीरे धीरे बढ़ता गया मिलना उनसे
दिल मेरा करीब होता गया उनसे
कर दिया फिर एक दिन इज़हार हमने प्यार का उनसे
साथ है अब और मुस्कुराने की वजह बन गए वो तबसे
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