सुकुन था मेरे प्यार में एक अलग ही जुनून था
अच्छा था सब कुछ प्यार का ही माहौल था
दोनो एक साथ थे और ढेर सारा प्यार था
वो मेरे लिए मेरा सबसे करीबी यार था
जब साथ थी तो ज़िन्दगी में हसी थी खुशी थी सब कुछ था
और जब आज है नहीं वो तो मानो कुछ है है नहीं
"साथ होते थे तुम तब रात भी लगती थी हसीन
और अब तो ये रंगीन सुबह भी लगती है ज़ालिम"
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